Tuesday, December 16, 2014

कितने तैयार हैं हम ?


सुबह से कई लोगों की निगाहें केवल समाचार चैनलों पर लगी है. सिड़नी मे सुबह से एक चॉकलेट पार्लर में बंधक बनाये गये लोगों की ख़बर सुर्खियों में है. कई लोगों की जान एक आतंकी के कारण खतरे में है. बंधक बनाये लोगों में एक भारतीय भी है. आधुनिक उपकरण, हथियार, बेहतर सर्विलांस जैसे सब के सब यहां बेकार दिख रहे हैं. एक अकेले आतंकी ने सबको बंदूक की नौक पर नचा रखा है. वहां की सरकार और पुलिस दोनों ही बेबस और लाचार नज़र आ रहे हैं.
दोपहर में इसी तरह की एक बड़ी ख़बर बेल्जियम से आयी. घेंट शहर में चार हथियार बंद अज्ञात लोगों ने एक अर्पाटमेंट पर कब्ज़ा कर लिया. पुलिस ने अर्पाटमेंट के आस-पास के पूरे इलाके को खाली करा लिया. अभी तक किसी के हताहत होने की कोई ख़बर नही है. लेकिन हालात गंभीर हैं. यहां पर एक अहम सवाल खड़ा होता है कि दुनिया के दो बड़े शहरों में एक साथ ये हमला महज़ इत्तेफाक है या फिर कोई बड़ी साजिश ?
आतंकी हमले की ज़िम्मेदारी अभी तक भले ही किसी संगठन ने नही ली है लेकिन इसके पीछे आईएसआईएस का हाथ होने के कयास सबसे ज़्यादा लगाये जा रहे हैं.
इन दोनों घटनाओं के सामने आने के बाद से राजधानी दिल्ली में अलर्ट जारी किया गया है पर यहां सबसे बड़ा सवाल ये है कि हम इस तरह के हमलों के लिये कितने तैयार हैं ? पुलिस ने वीवीआईपी इलाकों और महत्वपूर्ण ठिकानों की सुरक्षा तो बढ़ा दी है लेकिन क्या ये इंतज़ाम काफी हैं ? अक्सर जब दुनिया के किसी भी बड़े शहर में कोई हमला होता है या कोई आतंकी घटना होती है तभी हमारे देश में अचानक सुरक्षा एजेन्सियां अलर्ट जारी कर अपनी काम पूरा कर लेती हैं. लेकिन सुरक्षा एजेन्सियों और पुलिस की ये लापरवाही किसी बड़े हादसे का सबब बन भी सकती है.


No comments: