Tuesday, June 18, 2013

धीमा ज़हर पी रहे हैं आगरावासी

उत्तरी भारत में पानी के सैलाब से कोहराम मचा हुआ है। खासकर उत्तराखंड़ और पश्चिम उत्तर प्रदेश के कई ज़िलों में बाढ़ की आशंका को देखते हुये रेड़ अलर्ट जारी किया गया है। लेकिन उत्तर प्रदेश में यमुना से लगा एक ज़िला ऐसा भी हैं जहां के लोगों के पिछले दो दिनों से सीवर का गंदा पानी सप्लाई किया जा रहा है। ये ज़िला है आगरा, जहां जल निगम और जल संस्थान शहर में गंदे और बदबूदार पानी की सप्लाई कर रहा है। उस पर कमाल की बात ये है कि ज़िले के आला प्रशासनिक अधिकारी पत्रकारों को बुलाकर शहर के लोगों को गंगाजल सप्लाई करने की योजना बता रहे हैं। गौरतलब है कि सूबे की सरकार और आगरा का ज़िला प्रशासन शहरवासियों को पीने के पानी के लिये गंगाजल की सप्लाई का ख्वाब पिछले कई सालों से दिखा रहा है। अधिकारी हों, चाहे नेता सब मीडिया के सामने गंगाजल शहर में लाने के बड़े-बड़े वादे करते रहते हैं लेकिन ये वादे कभी पूरे नही होते। अब पिछले दो दिन से कोई अधिकारी ये जानने वाला नही है कि लोगों के घरों में सीवर का गंदा और बदबूदार पानी क्यों सप्लाई किया जा रहा है। कोई शिकायत सुनने वाला नही है। ग़रीब मलिन बस्तियों और झुग्गियों के लोग तो इसी पानी को पीने के लिये भी इस्तेमाल करते हैं। आगरा में ये कोई नई बात नही है। यहां आये दिन अधिकारियों और कर्मचारियों की लापरवाही की वजह से लोगों के घरों में गंदा सीवर का पानी सप्लाई किया जाता है। ऐसे में आप अंदाज़ा लगा सकते हैं कि पिछड़े इलाकों में लोग किस तरह से ये ज़हर पी कर रोज़ाना थोड़ा-थोड़ा मर रहे हैं। ज़रुरत इस बात कि है कि सरकार और ज़िला प्रशासन वादे करने की बजाय ज़मीनी स्तर पर काम करे। अधिकारी अपनी लापरवाही और लालच को छोड़कर शहर के लोगों को पीने का पानी तो कम से कम ठीक से सप्लाई करें। क्योंकि इस शहर में रहने वाले सभी लोग मिनरल वॉटर से ना तो नहा सकते हैं और ना ही उसे पी सकते हैं।
-परवेज़ सागर