
A Glorious year is waiting for you.
Walk with aims,
Run with confidence
& Fly with achievements.
Wish you & your family a Very
HAPPY NEW YEAR-2011.
National Media Excellence Award Winner-2008








छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ.रमन सिंह ने हाल ही में राज्य की स्थापना के दस साल पूरे होने के उपलक्ष मे हमें छत्तीसगढ़ भ्रमण के लिये आमन्त्रित किया। मैं और मेरे कुछ पत्रकार साथी चार दिन के लिये छत्तीसगढ़ गये। राजधानी रायपुर के माना एअरपोर्ट से सीधे होटल पंहुचे। उसके बाद मुख्यमंत्री आवास पर डॉ.रमन सिंह से मुलाकात की। पहले दिन तो हम रायपुर मे ही रहे लकिन दूसरे दिन की अलसुबह हम रवाना हुये छत्तीसगढ़ के स्वर्ग यानि बस्तर के लिये। ये वही इलाका है जो सबसे ज़्यादा नक्सल प्रभावित माना जाता है। लगभग 325 किमी. का सफर हमने कार से साढे छः घण्टे मे पूरा किया। रास्ते मे कांकेर और कई अन्य ऐसे कई स्थान थे जो बेहद खूबसूरत थे खासकर दो घाटी जो हमे देहरादून और मसूरी की याद दिला रही थी। शाम को लगभग चार बजे हम तीरथगढ़ पंहुचें जहां का नज़ारा देख हमारी आँखे खुली रह गयी। हमारे सामने था एक शानदार दलप्रपात यानि वॉटरफॉल जिसे देख कर कोई वाह किये बिना नही रह सकता। हमे यहां करीब एक घण्टा रुके और खाना खाने के बाद वहां से चित्रकोट के लिये रवाना हुये। वहां पंहुचते पंहुचते रात हो गयी थी। यहां राज्य के लोक निर्माण विभाग ने शानदार गेस्ट हॉउस बनाया है जिसका निर्माण 2008 मे पूरा हुआ था। रातभर वहां आ रही एक आवाज़ हम सभी को बैचेन कर रही थी लेकिन सुबह जब आँख खुली तो जो नज़ारा कमरे से दिख रहा था वो सचमुच अदभुद था। गेस्टहॉउस के ठीक बगल मे मौजूद था एशिया के चुनिन्दा वॉटरफॉल मे से एक जलप्रपात जो इन्द्रावती नदी पर बना है। इसे देखकर तो हम सभी हैरान थे। आकार मे लगभग 400 मीटर चौड़ा और लगभग 100 मीटर ऊंचा ये वॉटरफॉल किसी को भी अपनी तरफ आकर्षित कर सकता है। शान्ति से भरे माहौल के बीच सिर्फ इस वॉटरफॉल की आवाज़ सन्नाटे को दूर तक चीर रही थी। लग रहा था कि कुदरत ने अपनी खूबसूरती को यहां बड़े सलीके से सजाया है। समय कम था जिस वजह से हम लोग ज़्यादा जगह नही जा पाये लेकिन दो दिन मे जो छत्तीसगढ़ हमने देखा वो सचमुच काबिले तारीफ है। खासकर बस्तर का इलाका। मुझे ये कहने में कोई हिचक नही है कि अगर नक्सल का नासूर यहां ना हो तो पर्यटन की नज़र से ये इलाका सोने के अण्डे देने वाली मुर्गी साबित हो सकता है। हर तरफ कुदरत ने अपना कमाल दिखाया है। हम मुख्यमंत्री डॉ.रमन सिंह के शुक्रगुज़ार हैं कि उन्होने ने हमें ये नजारे देखने का मौका दिया। मैं उम्मीद करता हूँ कि मुख्यमंत्री की जो कोशिशें नक्सल के खिलाफ चल रही हैं वो एक दिन ज़रुर कामयाब होगीं और छत्तीसगढ़ पर्यटन के लिहाज़ से देश का एक जाना-माना राज्य बन जायेगा। छत्तीसगढ़ यात्रा की कुछ चुनिन्दा तस्वीरें यहां डाल रहा हूँ उम्मीद है आपको पसन्द आयेगीं।Three Nice Stories-
01. Once, All Villagers decided to pray for rain. On the day of prayer all people gathered and only one boy came with an Umbrella….
THAT’S FAITH
02. Example of the feeling of a one year old baby, when you throws him in air he laughs because he knows you will catch him….
THAT’S TRUST
03. Every night we go to bed, we have no assurance that we would wake up alive the next morning. But still we keep alarm for the next day….
THAT’S HOPE
Means Life is all about these three things. Enjoy your Life.
1 Egg
हाल ही मे देश के दो राज्यों मे हुये दो बड़े हादसे शायद महंगाई के मुद्दे पर चौतरफा घिरी केन्द्र सरकार के लिये वरदान जैसे लग रहें हैं। कश्मीर मे जहां अलगवादी ताकतों के सर उठाने की बात सामने आयी है वहीं नक्सलियों ने एक बार फिर छत्तीसगढ़ के नारायणपुर मे हमला करके सीआरपीएफ के 27 जवानों को मौत की नींद सुला दिया। ये दोनों हादसे ऐसे वक्त पर हुये है जब केन्द्र सरकार महंगाई और पेट्रोलियम पदार्थों की बढ़ी हुई कीमतों को लेकर विपक्ष के निशाने पर है। देश के कोने कोने मे सरकार के खिलाफ आवाजें उठ रही थी। लेकिन अचानक कश्मीर के सोपोर और छत्तीसगढ़ के नारायणपुर मे हुये हमले ने सरकार और विपक्ष का ध्यान बंटा दिया। मुद्दों की अगर बात करें तो विपक्ष और सरकार के बीच इस पर बयानबाज़ी चलती रहती है। रही बात देश की जनता की तो वो कुछ दिन चिल्लाती है और फिर हमेशा की तरह शान्त होकर महंगाई का बोझ अपने कंधों पर ढोती है।
21st June - the Whole World is waiting for.........
हमारे देश के पर्यटन स्थलों पर लाखों की संख्या मे पर्यटक आते हैं और देश में पर्यटन का सबसे बड़ा केन्द्र होता है आगरा, जहां दुनियाभर के लोग बेपनाह मोहब्बत की अनमोल निशानी ताजमहल का दीदार करते हैं। आगरा शहर को अगर देश में पर्यटन की राजधानी कहा जाये तो कुछ ग़लत नही होगा। क्योंकि हर साल सबसे ज़्यादा पर्यटक इसी शहर में आते हैं।
संयुक्त राष्ट्र की एक ताज़ा रिपोर्ट में कहा गया है कि मोबाइल फ़ोन और लैपटॉप कंप्यूटर जैसी इलैक्ट्रॉनिक चीज़ें जब इस्तेमाल के बाद फेंक दी जाती हैं तो उनसे पर्यावरण और स्वास्थ्य के लिए भारी ख़तरा पैदा हो रहा है।
की रफ़्तार से बढ़ रहा है, ख़ासतौर से भारत और चीन जैसे देशों में इस तरह का कूड़ा-कचरा अगले दस वर्षों में 500 प्रतिशत तक बढ़ जाएगा।
ब्रिटेन की महारानी विक्टोरिया की प्रेम कहानी पर लिखी ब्रिटिश लेखिका शरबनी बसु की चर्चित किताब "विक्टोरिया एण्ड अब्दुल" मे आगरा के वरिष्ठ पत्रकार सैय्यद राजू ने सहयोग किया है। इस सहयोग के लिये शरबनी ने किताब की भूमिका मे उनके नाम का ज़िक्र भी किया है। इस किताब को लन्दन मे लॉन्च किये जाने के बाद भारत मे भी उतारा गया है। इस किताब मे महारानी विक्टोरिया और अब्दुल करीम के प्रेम की वो अनछुई दास्तान है जो अब तक दुनिया से छिपी रही। इस किताब मे करीम का आगरा से सम्बन्ध और उनकी निशानियों का उल्लेख किया गया है। आगरा के वरिष्ठ पत्रकार सैय्यद राजू ने इस किताब में करीम से जुडे पहुलओं को जुटाया है। साथ यहां से सारी तस्वीरे भी शरबनी को मुहैय्या कराई हैं। इस काम के लिये सैय्यद राजू को 11 जनवरी को ब्रिटिश दूतावास मे आयोजित एक कार्यक्रम मे सम्मानित भी किया
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