केन्द्र सरकार शायद को जनता को बेवकूफ समझ रही है या फिर जनता को भोली जानकर
मनमानी कर रही है। पहले पेट्रोल के दाम साढे सात रुपये बढाकर महंगाई के बोझ में
दबे आम आदमी की कमर तोड़ दी। अब नया शिगुफा ये कि सरकार पेट्रोल की कीमतों में डेढ़
रुपये तक की कटौती कर आम आदमी को राहत देने की बात कर रही है। अगर ऐसा भी होता है
तो फिर भी छः रुपये प्रति लीटर ज्यादा का बोझ आपकी जेब पर पड़ता रहेगा। ऐसा लगता
है केन्द्र सरकार ने जनता को बहलाने का ये तरीका स्थाई कर दिया है जब मन में आया
पेट्रोल के दाम बढ़ा दो और फिर कुछ मामुली दाम घटाकर जनता को राहत की बात करो। आम
आदमी का क्या वो तो पिस रहा है और पिसता रहेगा। एक दिन चिल्लाऐगा, नारेबाज़ी करेगा
और फिर अपने काम में लग जायेगा। वो इसके अलावा कुछ कर भी नही सकता। लेकिन ऐसे
हालात में सरकार अपने मकसद में कामयाब नज़र आती है। पर सरकार ये भूल गयी है कि
लोकसभा का आम चुनाव सर पर है। अब फैसला जनता को करना है क्योंकि अहम सवाल ये है कि
क्या यूपीए फिर से देश पर राज करने के काबिल है ? आप ही बताइये।
Monday, May 28, 2012
Wednesday, May 16, 2012
UNICEF Media Workshop at Agra
UNICEF organized a two days workshop for media’s role in supporting routine immunization at Agra. UNICEF official says that media is a key stakeholder in development issue and it is important to information for common people. I participated in this workshop with known journalist Mrs. Usha Rai & Mr. Ashwani Bhatnagar. It was wonderful experience with unicef team.
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