Saturday, November 20, 2010

पर्यटन के लिये बहुत कुछ है छत्तीसगढ़ में





































छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ.रमन सिंह ने हाल ही में राज्य की स्थापना के दस साल पूरे होने के उपलक्ष मे हमें छत्तीसगढ़ भ्रमण के लिये आमन्त्रित किया। मैं और मेरे कुछ पत्रकार साथी चार दिन के लिये छत्तीसगढ़ गये। राजधानी रायपुर के माना एअरपोर्ट से सीधे होटल पंहुचे। उसके बाद मुख्यमंत्री आवास पर डॉ.रमन सिंह से मुलाकात की। पहले दिन तो हम रायपुर मे ही रहे लकिन दूसरे दिन की अलसुबह हम रवाना हुये छत्तीसगढ़ के स्वर्ग यानि बस्तर के लिये। ये वही इलाका है जो सबसे ज़्यादा नक्सल प्रभावित माना जाता है। लगभग 325 किमी. का सफर हमने कार से साढे छः घण्टे मे पूरा किया। रास्ते मे कांकेर और कई अन्य ऐसे कई स्थान थे जो बेहद खूबसूरत थे खासकर दो घाटी जो हमे देहरादून और मसूरी की याद दिला रही थी। शाम को लगभग चार बजे हम तीरथगढ़ पंहुचें जहां का नज़ारा देख हमारी आँखे खुली रह गयी। हमारे सामने था एक शानदार दलप्रपात यानि वॉटरफॉल जिसे देख कर कोई वाह किये बिना नही रह सकता। हमे यहां करीब एक घण्टा रुके और खाना खाने के बाद वहां से चित्रकोट के लिये रवाना हुये। वहां पंहुचते पंहुचते रात हो गयी थी। यहां राज्य के लोक निर्माण विभाग ने शानदार गेस्ट हॉउस बनाया है जिसका निर्माण 2008 मे पूरा हुआ था। रातभर वहां आ रही एक आवाज़ हम सभी को बैचेन कर रही थी लेकिन सुबह जब आँख खुली तो जो नज़ारा कमरे से दिख रहा था वो सचमुच अदभुद था। गेस्टहॉउस के ठीक बगल मे मौजूद था एशिया के चुनिन्दा वॉटरफॉल मे से एक जलप्रपात जो इन्द्रावती नदी पर बना है। इसे देखकर तो हम सभी हैरान थे। आकार मे लगभग 400 मीटर चौड़ा और लगभग 100 मीटर ऊंचा ये वॉटरफॉल किसी को भी अपनी तरफ आकर्षित कर सकता है। शान्ति से भरे माहौल के बीच सिर्फ इस वॉटरफॉल की आवाज़ सन्नाटे को दूर तक चीर रही थी। लग रहा था कि कुदरत ने अपनी खूबसूरती को यहां बड़े सलीके से सजाया है। समय कम था जिस वजह से हम लोग ज़्यादा जगह नही जा पाये लेकिन दो दिन मे जो छत्तीसगढ़ हमने देखा वो सचमुच काबिले तारीफ है। खासकर बस्तर का इलाका। मुझे ये कहने में कोई हिचक नही है कि अगर नक्सल का नासूर यहां ना हो तो पर्यटन की नज़र से ये इलाका सोने के अण्डे देने वाली मुर्गी साबित हो सकता है। हर तरफ कुदरत ने अपना कमाल दिखाया है। हम मुख्यमंत्री डॉ.रमन सिंह के शुक्रगुज़ार हैं कि उन्होने ने हमें ये नजारे देखने का मौका दिया। मैं उम्मीद करता हूँ कि मुख्यमंत्री की जो कोशिशें नक्सल के खिलाफ चल रही हैं वो एक दिन ज़रुर कामयाब होगीं और छत्तीसगढ़ पर्यटन के लिहाज़ से देश का एक जाना-माना राज्य बन जायेगा। छत्तीसगढ़ यात्रा की कुछ चुनिन्दा तस्वीरें यहां डाल रहा हूँ उम्मीद है आपको पसन्द आयेगीं।